पितृ दोष (pitru dosh) : किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में पितृ दोष तभी लगता है जब उसके परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है और उसके बाद कोई भी व्यक्ति विधि के अनुसार कार्य नहीं करता है तो पितृ दोष बनता है।जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसकी आत्मा की शांति के लिए कई तरह के कदम उठाए जाते हैं। जिसमें अक्सर श्राद्ध, पिंडदान जैसी कई प्रक्रियाएं की जाती हैं, जिससे उस व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है।
जब भी जिस व्यक्ति की मृत्यु किसी दुर्घटना, मजबूरी, मजबूरी या किसी अन्य कारण से होती है तो वह व्यक्ति पूरे परिवार के लिए पितृ दोष बन जाता है, जिसका प्रभाव उसकी आत्मा की शांति पर ही पड़ता है। और अन्य सदस्यों को परेशान करता है. जब भी उसके पीछे सभी अनुष्ठान किए जाते हैं तो उसे मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। और परिवार के सभी सदस्यों से एक साथ बात करके वह आत्मा हमेशा के लिए किसी अन्य शरीर में प्रवेश कर जाती है। और उसकी आत्मा को शांति भी मिलती है.
पितृ दोष क्यों होता है ?
पितृ दोष : कोई भी इंसान अपने जीवन में कोई भी दूसरी वजह से मृत्यु पाता है तो उससे हम लोग पितृ दोष बोलते है क्युकी ये लोगो की आत्मा को शांति नहीं मिलती वे आपनो के आश पास धूमते रहते है क्युकी उनको ये सब से मुक्ति चहिये होती है। वे इंसान को दूसरा मार दे , खूद किसी भी कारन से मरे ये सब वे अपनी आत्मा को शांती नहीं दे पाते जिसकी वजहसे उनको ये सृष्टि में भटकना पड़ता है और अगर उनके पीछे पूरी क्रिया विधि करि जाए तो वहो इंसान के आत्मा को शांति मिल शक्ति है | तो इसी प्रकार से पितृ दोष बनता है.
पितृ दोष के लक्षण | pitru dosh ke lakshan
.यहां आपको पितृ दोष के लक्षण भी मिलेंगे। जिसमें यदि जातक की जन्म कुंडली में यह पितृ दोष है तो आपको किस प्रकार का सामना करना पड़ेगा और किस प्रकार की स्थिति का सामना करना पड़ेगा यह आपको यहां नीचे मिलेगा।
- यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में पितृ दोष पाया जाता है तो उस जातक को बहुत सारी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है और जब भी यह पितृ दोष किसी की जन्म कुंडली में होता है तो आपको किसी भी प्रकार की छोटी या बड़ी समस्या देखने को मिलती है।
- इससे व्यक्ति किसी भी काम या व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता है और चाहे वह कितनी भी मेहनत कर ले, वह लाभ नहीं कमा पाता है।
- साथ ही इस जातक का अपने परिवार के साथ किसी न किसी मामले में संबंध रहता है, झगड़े होते रहते हैं और कभी-कभी बड़े पैमाने पर मस्तिष्क में चोट लग जाती है, जो आपको इस पितृ दोष के कारण दिखाई देती है।
- जब भी जातक के जीवन में यह पितृ दोष होता है तो जातक को अपने प्रेम संबंध में भी कठिनाई आती है और संतान प्राप्ति में भी समस्या आती है और यदि संतान होती भी है तो वह किसी भी प्रकार से अक्षम या अशक्त होती है।
- इसमें खराबी पाई गई है। यह पितृ दोष आपको तब विवाह करने की अनुमति नहीं देता है जब घर का कोई भी सदस्य विवाहित हो। किसी भी घर में हर व्यक्ति हमेशा बीमार रहता है और जब एक व्यक्ति ठीक हो जाता है तो दूसरों को भी इस प्रकार की बीमारी हो जाती है।
- इस दोष के कारण कोई भी जातक हार जाता है और घर में पितृ दोष के लक्षण वे उन्हें देखते हैं उसकी मृत्यु हो जाती है क्योंकि इस पितृ दोष से बचने का कोई भी रास्ता आपको नजर नहीं आता है। अंततः वह ऊब जाता है और यह काम करता है।
पितृदोष शांति के उपाय | pitru dosh ke upay
यहां पितृ दोष के सरल उपाय के बारे में चर्चा की गई है, आपको पितृ दोष शांति से छुटकारा पाने के लिए जो कुछ भी करने की आवश्यकता है वह यहां मिलेगा। यहां आप जानेंगे कि आप इस पितृ दोष से कैसे छुटकारा पा सकते हैं।
- पितृ दोष के लाल किताब के उपाय के अनुसार घर के आसपास पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए। साथ ही घर के सभी लोगों को जितना संभव हो सके उतनी मुद्रा लेनी चाहिए और उस पैसे को गरीबों को दान करना चाहिए।
- पहले के लोगो का कहना है कि पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए आपको उनके पीछे एक अनुष्ठान करना होगा जिससे उनकी आत्मा को शांति मिलेगी और साथ ही आपको उनके पीछे श्राद्व भी करना होगा और अगर कौआ उसे खा लेगा तो उन्हें मोक्ष मिल जाएगा।
- इस पितृ दोष से बचने के लिए भगवान हनुमान जी का पाठ करें और साथ ही मास से परहेज करें, साथ ही नशा, धूम्रपान आदि से भी परहेज करें।
- घर के एक व्यक्ति को प्रतिदिन पीपल के पेड़ पर पत्ते चढ़ाने चाहिए।
- उनकी आत्मा को शांति देने के लिए वेद या पुराण के संतुष्टि मंत्र का भी पाठ करें। इस दोष से बचने के लिए आज ही किसी अच्छे ज्योतिषी के पास जाएं और इस दोष की पूजा भी करें।
- यहां ऐसे सभी प्रकार के उपाय दिए गए हैं जिनसे आप पितृ दोष को दूर करने के साथ-साथ उसके प्रभाव से भी छुटकारा पा सकते हैं।
FAQ :
पितृ दोष के लक्षण क्या होते हैं?
कुंडली में पितृ दोष होने से संतान प्राप्ति में समस्याएं उत्पन्न होती है। …
नौकरी से लेकर बिजनेस में लगातार हानि होती रहती है।
बिना किसी बात के कई बार सदस्यों के बीच मन-मुटाव बना रहता है।
घर में मौजूद सदस्य किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त रहते हैं।
पितृ दोष का कैसे पता लगता है?
घर में कोई मांगलिक कार्य नहीं हो रहा हो. रोज नई-नई आफतें आ रही हों. आदमी दीन-हीन होकर भटक रहा हो या संतान नहीं हो रही हो या संतान दिव्यांग पैदा हो या संतान से सुख न मिल रहा हो और यह क्रम पीढ़ी दर पीढ़ी चलता आ रहा हो तो इसका मुख्य कारण है कुंडली में पितृ दोष का होना होता है |
Conclusion:
ये लेख में आपको पितृ दोष के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी | क्युकी यहाँ पे आपको ये पितृ दोष के लक्षण के बारे में और उनके उपाय के बारे में भी बताया गया है जिससे आप जो ऐसा कुछ महसूस करे तो आपको भी बता चल जाये की ये तो पितृ दोष ही है |
Note: ऊपर दी गई जानकारी एक काल्पनिक जानकारी है इसलिए इस जानकारी को जानें और आप कोई कार्रवाई नहीं कर सकते। और आगे चलकर आपके द्वारा की जाने वाली किसी भी कार्रवाई के लिए Horoscope7day.com जिम्मेदार नहीं होगा। साथ ही अधिक जानकारी के लिए आपको एक्सपर्ट की जानकारी भी लेनी चाहिए |
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